Tuesday, July 12, 2011

Mithila Ka Rafi - Tripti Shaqya, Premsagar Makunma


मिथिला का रफ़ी -मैथिली गीत
___________________________________________________
०१ मिथिले में बसी
०२ चलु सब देखै लs नवकनियाँ के
०३ मानु पिया जाऊ ने परदेश

०४ तू छ: कते सुंदरी

०५ आब नई कराऊ इंतज़ार

०६ कनी बाजू ने कनियाँ
०७ साल उनिषम लागल छै
०८ करे छी खेकना
०९ हम झूठ नई बाजे छी

१० घुंघटा नई खोलब

११ अपन कोसा कोसा आंखि

__________________________________________________
०१ मिथिले में बसी

०२ चलु सब देखै लs नवकनियाँ के

०३ मानु पिया जाऊ ने परदेश

०४ तू छ: कते सुंदरी

०५ आब नई कराऊ इंतज़ार

०६ कनी बाजू ने कनियाँ

०७ साल उनिषम लागल छै

०८ करे छी खेकना

०९ हम झूठ नई बाजे छी

१० घुंघटा नई खोलब

११ अपन कोसा कोसा आंखि


___________________________________________________
Download

0 comments:

|| हवा के संग रहना
मोजों के साथ चलना
जिन्दगी कुछ ऐसी हो के
जिन्दगी के हर रंग में रंगना ||

DISCLAIMER


All MP3's are up for a limited time and are for sampling purposes only. Music posted here is posted out of love, not with the intention for profit or to violate copyright. Please buy it if official reissue is available. Artists & labels need our support! Good day for You All!

  © Blogger template 'Personal Blog' by Ourblogtemplates.com 2008

Back to TOP