[Maithili Geet] - Uphaar - Gopal Govind Jha
उपहार - गोपाल गोविन्द झा
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Side A
A1 परिचय : गोपाल गोविन्द झा
A2 बाबू यौ शादी कराए - (गीतकार : मिथिला के सौजन्य सँ)
A3 पार्वती के कोर में गणपति - (गीतकार :मिथिला के सौजन्य सँ)
A4 हे राति छली एसकरि श्रृंगार - (गीतकार :श्री रविन्द्र जी)
A5 चलू-चलू बहिन जहिना छी तहिना - (गीतकार :श्री रविन्द्र जी)
A6 नव घर बान्हि जेल - (गीतकार : स्व. हल्लू बाबू 'पाही')
A7 बाहिं में रहू ने रहू - (गीतकार : श्री रविन्द्र जी)
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गायक : गोपाल गोविन्द झा
गीतकार : (A2, A3, B5 मिथिला के सौजन्य सँ)
(A4, A5, A7 श्री रविन्द्र जी)
(A6 स्व. हल्लू बाबू 'पाही')
(B1, B3 श्री विद्यापति)
(B2 : श्री विद्यानाथ झा 'वदित')
(B5 : श्री लक्ष्मीनाथ गोसाई)
संगीतकार : निर्मल खन्ना
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Side B
B1 सुतलि छलहुँ हम घरबा (गीतकार : श्री विद्यापति)
B2 हौ बाबा तोरो बिना सगरो - (गीतकार : श्री विद्यानाथ झा 'वदित')
B3 राजा हेमंत ग्रह गौरी - (गीतकार : श्री विद्यापति)
B4 हे हर हमरो करहुँ प्रतिपाल - (श्री लक्ष्मीनाथ गोसाई)
B5 सबहक ओझा अमरुद - (गीतकार : मिथिला सौजन्य सँ)
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Side A
A1 परिचय : गोपाल गोविन्द झा
A2 बाबू यौ शादी कराए - (गीतकार : मिथिला के सौजन्य सँ)
A3 पार्वती के कोर में गणपति - (गीतकार :मिथिला के सौजन्य सँ)
A4 हे राति छली एसकरि श्रृंगार - (गीतकार :श्री रविन्द्र जी)
A5 चलू-चलू बहिन जहिना छी तहिना - (गीतकार :श्री रविन्द्र जी)
A6 नव घर बान्हि जेल - (गीतकार : स्व. हल्लू बाबू 'पाही')
A7 बाहिं में रहू ने रहू - (गीतकार : श्री रविन्द्र जी)
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गायक : गोपाल गोविन्द झा
गीतकार : (A2, A3, B5 मिथिला के सौजन्य सँ)
(A4, A5, A7 श्री रविन्द्र जी)
(A6 स्व. हल्लू बाबू 'पाही')
(B1, B3 श्री विद्यापति)
(B2 : श्री विद्यानाथ झा 'वदित')
(B5 : श्री लक्ष्मीनाथ गोसाई)
संगीतकार : निर्मल खन्ना
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Side B
B1 सुतलि छलहुँ हम घरबा (गीतकार : श्री विद्यापति)
B2 हौ बाबा तोरो बिना सगरो - (गीतकार : श्री विद्यानाथ झा 'वदित')
B3 राजा हेमंत ग्रह गौरी - (गीतकार : श्री विद्यापति)
B4 हे हर हमरो करहुँ प्रतिपाल - (श्री लक्ष्मीनाथ गोसाई)
B5 सबहक ओझा अमरुद - (गीतकार : मिथिला सौजन्य सँ)
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